गुलाब की खेती : Gulab ki Kheti से लाखों रुपये कैसे कमाएं

गुलाब का फूल जिसे फूलों का राज्य कहा जाता है’ गुलाब का फूल अपनी सुगंध और सुन्तरता के लिए जाना जाता है| गुलाब से न केवल बाग बगीचों की शोभा को बढ़ाना है बल्कि व्यावसायिक तौर पर भी उगाया जाता है| गुलाब की खेती करना अपने आप मे एक कला है जिसे बहुत ही आसानी से सीखा जा सकता है| गुलाब के फूल की खेती करने मे बस थोड़ी सी मेहनत और लग्न की आवश्यकता है| तो आज हम लोग बात करने वाले हैं, गुलाब की खेती कसे की जाती है, गुलाब की खेती से कितना लाभ है और भी बहुत कुछ हम लोग इस आर्टिकल मे गुलाब के फूल के खेती से संबंधित हर एक पॉइंट बी विस्तार से बात करेंगे बस आप ध्यान से पढ़िएगा |

गुलाब की खेती
Pics crdit-Picsart                                                                                   गुलाब की खेती
  1. गुलाब के खेती के लिए सही जलवायु और मिट्टी का चयन

जलवायु-: ये समझना बहुत जरूरी है कि गुलाब की खेती के लिए सही तापमान तापमान 15°C से 28°C के बहीच लगभग मे होना चाहिए| गुलाब ठंडी और समशीतोष्ण की जलवायु मे बहुत अच्छी तरह से विकसित होते हैं| जबकि अत्यधिक गर्मी तथा अत्यधिक ठंड से गुलाब के पौधों को काफी नुकसान हो सकता है| इससे कुछ फरक नहीं पड़ता अगर आप गुलाब के पौधों को अच्छी देखरेख के साथ तथा बेहतर ढंग से विकसित कर रहे हैं| बस आपको गर्मी के मौसम से पौधों की अच्छी देखभाल करनी होगी

गुलाब की खेती के लिए आदर्श तापमान 15°C से 28°C के बीच होता है। गुलाब ठंडी और समशीतोष्ण जलवायु में बेहतर ढंग से विकसित होते हैं। हालांकि, अत्यधिक गर्मी या ठंड गुलाब के पौधों को नुकसान पहुंचा सकती है। अगर आप ऐसे क्षेत्र में रहते हैं जहां तापमान अधिक होता है, तो आपको गर्मी के मौसम में पौधों की विशेष देखभाल करनी होगी।

मिट्टी-: गुलाब की खेती के लिए सबसे सर्वोत्तम बलुई दोमट मिट्टी मणि जाती है, ये पौधों के लिए अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी होती है| मिट्टी का ph स्तर 6 से 7 के मध्य होना चाहिए| इसके साथ समय – समय पर यह भी देखते रहना चाहिए की मिट्टी मे आवश्यक पोषक तत्व मौजूद हैं या नहीं|

2. गुलाब की खेती के लिए किस्म चुनना

वैसे तो गुलाब की कई किस्में होती हैं, प्रत्येक किस्म की अपनी अलग-अलग विशेषताएं भी है| मगर इनमे से कुछ लोकप्रिय किस्में भी हैं, जो निम्नलिखित हैं………

हाइब्रिड टी गुलाब –:  ये किस्म बड़े और रंगीन फूलों के लिए जानी जाती है|

फ्लोरीबंडा गुलाब –:  यह किस्म छोटे फूलों लेकिन गुच्छों मे खिलने वाले गुलाब के लिए प्रसिद्ध है|

ग्रैन्डिफ्लोरा गुलाब –:  ये लंबे तने और बड़े – बड़े बड़े फूलों वाले होते हैं|

मिनी गुलाब –:  ये उपयुक्त रूप स्ए  छोटे आकार के गुलाब होते है, तथा छोटे बागीचों या गमले के लिए सही रहते है|

अतः आप अपने अनुसार फूलों की किस्म का चयन कर सकते हैं|

3. गुलाब के पौधे लगाने का सही समय और विधि विस्तार से

समय – : गुलाब की खेती के लिए पौधों को लगाने का सही समय ठंड के बाद वसंत ऋतु ही सबसे सही समय है| परंतु, अगर आप ग्रीन्हाउस या नियंत्रित वातावरण मे पौधों की अच्छी तरह देखभाल कर सकते है, तो आप साल मे किसी भी समय गुलाब के खेती कर सकते हैं|

गुलाब के पौधे लगाने की विधि –:

  1. सबसे पहला काम आप मिट्टी को अच्छी तरह से खोदें और फिर उसमें अछि तरह से खाद का मिश्रण करें |
  2. गुलाब के पौधों को लगाने से पहले उसकी जड़ों को 5-6 से घंटों के लिए पानी मे डाल दें|
  3. अब बहुत ही ध्यान पूर्वक पौधों की जड़ों को खोदे हुए गड्डों मे रखें और मिट्टी से अच्छी तरीके से ढक दें| ध्यान रखे की जड़ पूरी तरह से मिट्टी मे बंद हो गई हैं|
  4. ये भ इधयं रखे कि सारे पौधों के बीच लगभग 60 से 90 सेमी की दूरी अवश्य रक्खे ताकि पौधों को पर्याप्त जगह मिल सके और जड़ें मजबूती से मिट्टी को पकड़ सकें|

    गुलाब की खेती
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4. गुलाब के खेत मे पानी और सिचाई

हमेशा ध्यान रखे कि गुलाब के पौधों को नियमित पानी की आवश्यकता होती है, खासकर गर्मियों मे तो अधिक होती ही है| ख्याल रक्खे कि मिट्टी मे अधिक जलभराव न होने पाए| इससे होता यह है, कि गुलाब के पौधों की जड़ें सड़ सकती है और इससे भारी नुकसान भी हो सकता है| सुनिश्चित करें की सप्ताह मे 2 – 3 बार पौधों को पानी अवश्य दें| पानी देने का सबसे सुरक्षित समय सुबह का होता है, क्योंकि यह पौधों को सर दिन  तरोताजा बनाए रखता है|

5 . गुलाब मे खाद और पोषण

गुलाब की खेती मे गुलाब के पौधों को स्वस्थ रखने के लिए और अच्छी फसल की उत्पति के लिए समय- समय पर खाद देना भी आवश्यक है| खाद के रूप मे गुलाब के लिए जैविक खाद – जैसे – गोबर की खाद, वर्मी कंपोस्ट या हरी खाद का उपयोग करना सही है| इसके अलावा हल्की फुलकी मात्रा मे नाइट्रोजन, फास्फोरस, और पोटास युक्त उर्वरकों को उपयोग मे लाया जा सकता है| ध्यान रहे की खाद डालने का सही समय वसंत और मानसून का होता है|

6 . गुलाब के पौधों की कटाई- छंटाई

माने तो गुलाब के पौधों की कटाई – छँटाई एक बहुत ही महत्वपूर्ण प्रक्रिया है| क्योंकि इसी प्रक्रिया से पौधों को एक सही आकार और स्वस्थ्य तथा सुगंधित फूल प्राप्त होते हैं| अगर हम सर्दियों के अंत मे या वसंत ऋतु की शुरुआत मे गुलाब के पौधों की छँटाई करते है तो यह समय पौधों के लिए आरामदायक रहेगा अतः सी समय कटाई- छँटाई करनी चाहिए| इससे होता है, कि पौधों मे पुराने , सूखे और बेकार तनों को काट दिया जाता है, उसमे नए,मजबूत और स्वस्थ तने विकसित होते है| कटाई- छँटाई के लिए तेज धार वाली साफ सुथरी कैंची का इस्तेमाल करें, ध्यान रक्खे की तनों को लगभग 45 डिग्री के कोण मे ही काटें|

7 . गुलाब के पौधों और फूलों को कीट और रोगों से सुरक्षित कैसे करें?

गुलाब की खेती मे ये समस्या तो आना ही है, लेकिन इससे बचने के भी तरीके हैं|

इसमे कुछ सामान्य कीट और रोग कुछ इस प्रकार हैं।

एफ़िडस ( चूसक कीट) -: देखने मे ये बहुत छोटे कीट होते हैं, लेकिन ये पौधों का रस बहुत तेजी से चूसते हैं| इन्हे रोकने के लिए हम जैविक कीटनाशकों या फिर नीम के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं|

पावडरी मिलडयू -: यह एक प्रकार का फफूंद रोग है, जो गुलाब के पौधों का रस चूसते हैं| जिसके कारण पौधों की पत्तियों पर सफेद रंग के धब्बे बन जाते हैं| इन्हे रोकने के लिए सल्फर युक्त फफूँदनाशक दवाओं से किया जाता है|

ब्लैक स्पाट -: वैसे यह तो एक सामान्य रोग है जिससे पत्तियों पर काले – काले धब्बे दिखाई देते हैं| इनको रोकने के लिए रोगनाशक दवाओं का प्रयोग किया जा सकता है|

इससके साथ – साथ पौधों का ध्यान रक्खें और समय – समय जाचते भी रहना चाहिए ताकि शुरू मे फसल को जादा नुकसान न पहुचे|

गुलाब की खेती
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8 . फूलों की कटाई का समय

गुलाब के फूलों के कटाई विशेषरूप से सुबह या शाम को ही होना चाहिए क्योंकि इस समय तापमान थोड़ा ठंडा होता है| फूलों की कटाई करते समय ध्यान दे की फूल सही तरीके से खिल चुके हों, मगर पूरी तरह से खुले न हों| फूलों की कटाई के बाद फूलों को तुरंत पानी मे भिगो दे ताकि फूल ताजे और खिले हुए ही रहे| और देखने मे सुन्दर भी लगे|

9 . गुलाब की खेती से व्यवसाय करने का तरीका

अब हम बात करने वाले है व्यवसाय के बारे मे और ये इस आर्टिकल की सबसे महत्वपूर्ण और समझने वाला टॉपिक है क्योंकि इससे हमे लाभ और हानि भी तय करनी है| गुलाब की खेती से व्यवसाय करने के लिए हमे कुछ अतिरिक्त बातों का भी ध्यान रखना होगा| सबसे पहली बात ये है की, गुलाब की खेती से व्यसाय करने के लिए अधिक क्षेत्र की आवश्यकता है जिससे पर्याप्त मात्रा मे फूल उगाए जा सकते हों| इसमे कुछ एलेक्ट्रानिक उपकरणों के भी जरूरत पद सकती है, इस व्यवसाय के लिए ग्रीनहाउस की विधि भी बहुत उपयोगी| पौधों की सही देखरेख करना बेहतर व्यवसाय के लिए बहुत लाभदायक साबित हो सकता है|

निष्कर्ष

गुलाब की खेती आपके लिए एक बहुत ही लाभकारी, बहुत आरामदायक और सुन्दर अनुभव होगा| परंतु, आप अपनी मेहनत और लगन से नियमित रूप से समय समय पर सही विधि और बेहतर तकनीक का उपयोग करें| उचित जलवायु, अच्छी मिट्टी, सिचाई, कटाई, छँटाई का बेहद खास तरीके से ध्यान रखे| समय समय पर कीटनाशकों का उपयोग करें| सच मे ये व्यवसाय आपके आर्थिक दृष्टि से बहुत लाभकारी और फायदेमंद साबित होगा| धन्यवाद

गुलाब की खेती से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले  कुछ प्रश्न (FAQ)

प्रश्न-1. गुलाब के पौधे लगाने का सही समय कौन सा है?

गुलाब की खेती के गुलाब के पौधों को लगाने का सही समय वर्षा ऋतु के बाद या तो ठंड के मौसम से  थोड़ा पहले होना चाहिए। आमतौर पर, जुलाई से अक्टूबर के बीच गुलाब के पौधे लगाने का सबसे अच्छा समय होता है।

प्रश्न-2. गुलाब के पौधे कितनी दूरी पर लगाए जाने चाहिए?

गुलाब के पौधों के बीच लगभग 60 से 90 सेंटीमीटर की दूरी रखनी चाहिए ताकि पौधे अच्छी तरह से फैल सकें और हवा का प्रवाह बना रहे।

प्रश्न-3. गुलाब का फूल कितने दिन में तैयार होता है?

गुलाब के पौधे पहले वर्ष फूलने के लिए छोड़ दिए जाते हैं , दूसरे वर्ष 45 से 50 दिनों मे फूल आने लगते हैं|

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